रुड़की(संदीप तोमर)। आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना के सांसद चन्द्रशेखर आज़ाद ने कहा कि देश की सीमाओं पर अगर कोई भी दुश्मन बुरी नज़र डालेगा तो सबसे पहले दलित,मुस्लिम और पिछड़े समाज के लोग अपना खून देंगे,जैसे जंगे आज़ादी में दिया था।
गांव संघीपुर खादर में भारतीय किसान यूनियन संग्राम की ओर से आयोजित किसान सद्भावना सम्मेलन में पहुंचे सांसद चन्द्रशेखर ने कहा कि हमारे देश की सेनाओं ने अपनी जान की बाज़ी लगाकर देश की रक्षा की,जो हर भारतीय के लिए गर्व की बात है।
सद्भावना सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए सांसद आज़ाद ने कहा कि किसान,जवान,दलित,मुस्लिम इस अखंड भारत बनाने का दिल में जज़्बा रखते हैं। अगर उनको मौका मिले तो ये करके दिखा देंगे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ आंबेडकर ने जो सविधान की ताकत हमे दी है उसको मिटने नही देंगे।
उन्होंने कहा कि मुझे जिस जनता ने संसद में भेजा है उनकी आवाज़ को कभी दबने नही दूंगा और ज़ुल्म व अत्यचार के खिलाफ अपनी ताकत के साथ मुकाबला करूंगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आल इंडिया सद्भावना कौमी एकता कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रमुख आध्यात्मिक नेता मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि आज मुल्क को सबसे अधिक भाईचारे,एकता और मोहब्बत की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि आज जो वक़्फ़ बिल सरकार लायी है उसे मुस्लिम समाज से अधिक हिन्दू भाई रुकवाने के प्रयास कर रहे हैं,ये ही हमारी एकता का एक नमूना है।
मौलाना रज़ा ने पाकिस्तान द्वारा पहलगाम में बेगुनाह लागो की हत्या को इस्लाम विरोधी और इंसानियत के विरोधी बताया।जिसका जवाब हमारी सेना ने डटकर दिया। उन्होंने कहा कि पहली बार देश व कश्मीर की जनता ने जो एकता की मिसाल कायम की वह ऐतिहासिक है।
उन्होंने कहा कि देश की सेनाओं के पराक्रम का सरकार राजनीति करण कर रही जो दुख का विषय है।
इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय शायर अफ़ज़ल मंगलौरी ने अपनी कविता के माध्यम से भारत की सेनाओं के शौर्ये की सराहना पेश करते हुए कहा कि रक्षा में सरहदो की लगे हैं जो सुबह शाम,उन सैनिको को करता है हिंदुस्तान सलाम।
इस अवसर पर आज़ाद समाज पार्टी की अनुशासन समिति के अध्यक्ष डॉ बृजपाल सिंह,राष्ट्रीय अध्यक्ष राव मुशर्रफ खान,भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष महक सिंह,मौलाना मुफ़्ती रईस अहमद,हाजी शमीम साबरी,मौलाना कुर्बान,हकीम अब्दुल अज़ीज़,रोबिन गौतम, रामपुर नगर पंचायत चैयरमेन परवेज़ सुल्तान,शिव कुमार, संजीव,मेहरबान प्रधान आदि ने अपने विचार व्यक्त किये।
