रुड़की(संदीप तोमर)। मंगलौर क्षेत्र में मुख्यमंत्री के दौरे के बाद मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन ने उनके संबोधन में कहे शब्दों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि वह मंच से हाजी और काजी का राग अलापते है अगर उन्हें मुझसे कोई दिक्कत है तो वह मुझसे कहें और जो व्यक्ति(हाजी)इस दुनिया में नहीं है उनसे भला उनका क्या द्वेष है?यह भी बताएं। वहीं उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जिस गांव में आए,वहां पुल की सबसे बड़ी समस्या है उस बारे में भी कुछ नहीं कहकर गए।
मंगलौर स्थित कैंप कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी,हाजी और काजी का राग मंच से अलापते हैं,लेकिन जो व्यक्ति इस दुनिया में नहीं है तो उनसे कैसा द्वेष। उन्होंने कहा कि अगर मुझसे कोई दिक्कत है तो विधानसभा में भी बात कर सकते हैं लेकिन पूर्व विधायक हाजी सरबत करीम अंसारी अब इस दुनिया में नहीं है और जिनका स्वर्गवास हो चुका है उनके बारे में इस प्रकार से राजनीतिक मंच से बोलना मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लिब्बरहेडी आए तो विश्वास था कि वहां की सबसे बड़ी समस्या पुल को बनाने की घोषणा करेंगे,लेकिन नहीं कि जिससे लोगों में निराशा है। उन्होंने कहा कि यह किसान बाहुल्य क्षेत्र है।लेकिन किसानों,मजदूरों और गन्ना भुगतान आदि संबंधी मुख्यमंत्री ने कोई बात नहीं की। उन्होंने कहा कि जो महानुभाव मुख्यमंत्री को बुला रहे थे,उन्होंने बाईपास निर्माण की मांग की। उन्होंने कहा कि वह अगर लोकल होते तो उन्हें पता होना चाहिए था कि मंगलौर बाईपास पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्टेडियम की घोषणा की,लेकिन इससे पहले वह झबरेडा एवं अन्य विधानसभा में कई घोषणाएं कर चुके हैं वह भी पूरी नहीं हुई तो यह भी उन घोषणाओं में से एक होगी। उन्होंने कहा कि मंगलौर क्षेत्र में बिजली की बहुत बड़ी समस्या ट्रांसफार्मरों की आवश्यकता है लेकिन आज तक ट्रांसफार्मर नहीं लगे। मुख्यमंत्री को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए था।
