रुड़की(संदीप तोमर)। धर्मनगरी में एक बार फिर हरिद्वार पुलिस ने यह साबित कर दिया कि अपराध चाहे कितना ही संगीन क्यों न हो,कानून के शिकंजे से कोई बच नहीं सकता। एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अगुवाई में कलियर पुलिस ने 72 घंटे के भीतर बच्चे की चोरी और उसकी खरीद-फरोख्त की सनसनीखेज वारदात का खुलासा करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने ₹1 लाख नकद बरामद करने के साथ-साथ ₹1 लाख की ऑनलाइन रकम को खाते में फ्रीज किया,जबकि तीन माह के मासूम बच्चे को सकुशल बरामद कर माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया।
कप्तान प्रमेंद्र डोबाल ने किया खुलासा….
रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में मामले का खुलासा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया कि “घटना अतिसंवेदनशील थी। बच्चे की सकुशल बरामदगी हमारी प्राथमिकता थी। “उन्होंने कहा कि कम समय में गठित टीम ने तकनीकी और मानवीय सूझबूझ का इस्तेमाल करते हुए इस ब्लाइंड केस को सुलझाया। कप्तान डोबाल ने आमजन से भी अपील की कि अंजान लोगों पर आंख मूंदकर भरोसा न करें, वरना यह बड़ा नुकसान साबित हो सकता है।
एसपी देहात और सीओ रुड़की की देखरेख में चला ऑपरेशन—
एसएसपी के आदेश पर एसपी देहात शेखर सुयाल और सीओ नरेंद्र पंत के पर्यवेक्षण में कलियर पुलिस,सीआईयू रुड़की और एसओजी की संयुक्त टीमों ने सघन जांच शुरू की। पुलिस को मिले डिजिटल और मैनुअल इनपुट के आधार पर मेरठ में आस मोहम्मद उर्फ लंगड़ा नामक व्यक्ति का सुराग मिला,जिसके बाद पूरी चेन का पर्दाफाश हो गया।
थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार की टीम ने जोड़ा हर लिंक….
थानाध्यक्ष कलियर रविन्द्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आस मोहम्मद की पत्नी शहनाज और उसकी साथी सलमा को हिरासत में लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि बच्चे की चोरी के बाद उसे तीन लाख रुपये में अंचन नामक महिला को बेचा गया,जिसने आगे ₹3.90 लाख में नेहा शर्मा को सौंप दिया। नेहा ने एक लाख रुपये का मुनाफा कमाते हुए बच्चे को ₹4.90 लाख में विशाल गुप्ता उर्फ अच्ची को बेच दिया।
संतान की चाह में रचा गया सौदा….
गिरफ्तार विशाल गुप्ता की शादी को 10 वर्ष हो चुके थे,लेकिन संतान नहीं थी। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मुलाकात नेहा शर्मा से हुई,जो वहां पैशेंट कोऑर्डिनेटर के रूप में काम करती थी। विशाल ने बच्चे को गोद लेने की इच्छा जताई,जिसके बाद नेहा और उसके साथियों ने कलियर जैसे भीड़ भाड़ वाले इलाके से बच्चा चोरी की योजना बनाई।
55 घंटे में मासूम की वापसी, छलक उठे परिजनों के आंसू—
गहन पूछताछ और मुखबिर तंत्र की मदद से पुलिस ने बच्चे को विशाल गुप्ता के घर से सकुशल बरामद कर लिया। 55 घंटे के भीतर अंधेरे में छिपे इस मामले की गुत्थी सुलझ गई और जब बच्चे को उसकी मां की गोद में सौंपा गया तो मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं।
गिरफ्तार आरोपी….
1:- आस मोहम्मद लंगड़ा पुत्र शुकरुद्दीन,निवासी कंचवाला पुल,मेरठ
2:- शहनाज पत्नी आस मोहम्मद,निवासी कंचवाला पुल, मेरठ
3:- सलमा पत्नी राजा,निवासी श्याम नगर, मेरठ
4:- अंचन पत्नी महेंद्र तिवारी,निवासी सीएमओ कंपाउंड,मेरठ
5:- नेहा शर्मा पत्नी अमित शर्मा, निवासी शास्त्री नगर,मेरठ
6:- विशाल गुप्ता उर्फ अच्ची पुत्र बालेश्वर गुप्ता,निवासी सैनिक विहार, कंकरखेड़ा,मेरठ
बरामदगी…..
तीन माह का नाबालिग शिशु
₹1 लाख नकद (सौदे में प्रयुक्त धनराशि)
₹1 लाख की ऑनलाइन राशि फ्रीज
संयुक्त पुलिस टीम…..
थाना कलियर की टीम: थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार, व0उ0नि0 बबलू चौहान, उ0नि0 पुष्कर सिंह चौहान, हे0का0 जमशेद अली, रविन्द्र बालियान नूर हसन,का0 जितेन्द्र सिंह,का0 प्रकाश मनराल,का0 भादूराम,म0का0 सोफिया अंसारी,म0का0 सरीता राणा, हो0गा0 अंकित कुमार।
एसओजी टीम: निरीक्षक प्रदीप बिष्ट,हे0का0अश्वनी यादव, चमन सिंह,का0 महिपाल सिंह,अजय काला।
