रुड़की के होटल राजमहल की साख पर वार,तथ्यविहीन खबरों से होटल स्वामी नाराज़.! और सबसे बड़ी बात एसएसपी की छवि आचरण को लगातार धूमिल करता एक कथित चोटी धारी पत्रकार…
रुड़की(संदीप तोमर)। शहर के प्रतिष्ठित होटल राजमहल को लेकर चल रही नकारात्मक और तथ्यहीन खबरों ने पत्रकारिता जगत में बहस छेड़ दी है। होटल स्वामी ने कुछ पत्रकारों को नोटिस थमाते हुए स्पष्ट कहा कि उनके होटल के नाम को जानबूझकर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है और उन्हें खबरों के नाम पर ब्लैकमेल किया जा रहा है।
मामला उस समय सुर्खियों में आया,जब कुछ दिन पूर्व गंगनहर पुलिस ने होटल पर छापेमारी कर जुए और शराब का मामला पकड़ा था। होटल स्वामी का कहना है कि उन्हें इस गतिविधि की कोई जानकारी नहीं थी और उन्होंने तत्काल खेद प्रकट करते हुए माफी भी मांगी थी। इसके बावजूद,कुछ पत्रकार होटल को कथित देहव्यापार से जोड़कर उसकी साख को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं और उन्हें ब्लैक मेल कर पैसे भी मांग रहे हैं ।
होटल प्रबंधन का आरोप है कि रुड़की के एक पत्रकार,जो स्वयं को राष्ट्रीय चैनलों के ‘सीनियर पत्रकार’ की तर्ज पर चोटी वाले दर्शाते हैं,ने पूर्व में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की तस्वीर स्क्रीन पर चलाते हुए होटल पर भ्रामक खबर प्रसारित की। होटल स्वामी के मुताबिक,यह रिपोर्ट पूरी तरह निराधार और तथ्यविहीन थी। लेकिन सारे दोष स्दोष अपनी जगह ये व्यक्ति अब जो रिपोर्ट कर रहा है उसमें मिले अदालती नोटिस के बदले एसएसपी से लेकर सीएम तक का प्रस्तुतीकरण कर रहा है। जबकि अपने आप जो तथ्य विहीन खबरे चलाई थी,उसका कहीं जिक्र नहीं कर रहा है। जबकि ये वहीं शख्स है जो आदरणीय मुख्यमंत्री की नेपाल मूल की बाबत खबर चला चुका है। इस आदमी के बारे में आईआईटी रुड़की के एक विभाग का अपनी पत्नी के जरिए अनाधिकृत लाभ उठाने की आरोपानुसार जानकारी भी सामने आई हैं। अब ये सिर्फ सत्य नोटिस से बचने को हरिद्वार एसएसपी से लेकर सीएम तक की शान में कसीदे गढ़ तो रहा है पर भूल गया है कि इसने ही इन ईमानदार सीएम से लेकर ईमानदार एसएसपी जैसे लोगों की ईमानदारी पर सवाल उठाए थे।
इधर,रुड़की महानगर प्रेस क्लब अध्यक्ष बिल्लू रोड ने सीएम धामी और पुलिस कप्तान से ‘ऑपरेशन कालनेमि’ की तर्ज पर ‘ऑपरेशन नारद’ चलाने की मांग की है,ताकि पत्रकारिता की छवि को धूमिल करने वालों को सख्त सबक सिखाया जा सके।
(यदि कथित पत्रकार अपना पक्ष सामने रखना चाहें तो स्वागत है।)
