रुड़की(संदीप तोमर)। आज विधायक प्रदीप बत्रा पत्रकारों के बीच प्रेस क्लब में गुंजिया लेकर पहुंचे। लेकिन सम्मान जनक तरीके से माफी न मांगने पर पत्रकारों से उनका कोई सम्मानजनक समझौता नहीं हो पाया। इसके साथ ही पत्रकारों की मांग थी कि वह मेयर अनीता अग्रवाल को भी साथ लेकर आए लेकिन विधायक ने साफ तौर पर कहा कि उनका प्रकरण को लेकर मेयर से कोई लेना देना नहीं है। फिलहाल मेयर और विधायक का बहिष्कार पत्रकारों द्वारा जारी रहेगा। इस बीच कल शुक्रवार को दोपहर 12 बजे पत्रकार इस मामले को लेकर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजेंगे।
बीती तीन मार्च को हुई नगर निगम बोर्ड बैठक में रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा द्वारा पत्रकारों को अंदर जाने से रोका गया और धक्का मुक्की भी की गई। इतना ही नहीं सुरक्षा कर्मियों ने भी पत्रकारों के मोबाइल फोन छीनने के प्रयास किए थे। मामले में तब से पत्रकारों ने विधायक और मेयर के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है और दोनों जनप्रतिनिधियों द्वारा माफी न मांगे जाने तक उनकी कवरेज से किनारा किया गया है। इसके साथ ही पत्रकारों ने विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधी हुई है। आज प्रेस क्लब पर विधायक प्रदीप बत्रा बिना मेयर अनीता अग्रवाल के पहुंचे और आते ही सबसे पहले धक्के की परिभाषा पत्रकारों से पूछने लगे पत्रकारों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि आप घटनाक्रम की वीडियो देखकर समझ लें कि धक्का क्या होता है। वहीं विधायक ने अपने आपको सबसे कमजोर बताया और कहा कि पत्रकार उन्हें दबाने का काम कर रहे हैं,वहीं यह भी कहा कि आगामी बैठक में पत्रकार बैठक में जायेंगे वह नहीं जायेंगे। फिर पत्रकारों के लिए अलग से दीर्घा बनाने की बात कही। लेकिन विधायक की बातों से पत्रकार संतुष्ट नहीं हुए,इसके साथ ही मेयर को भी प्रेस क्लब बुलाने की बात कही लेकिन विधायक ने मेयर से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उनसे उनका प्रकरण को लेकर कोई लेना देना नहीं है। वहीं पत्रकारों ने मेयर और विधायक के खिलाफ बहिष्कार जारी रखने की बात कही। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे पत्रकार मामले को लेकर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के जरिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजेंगे।
